रविवार, 5 फ़रवरी 2017

सरस्वती पूजा पर बिचार्नीय प्रश्न

मित्रो , सरस्वती पूजा  हिन्दुओं का महोत्सव है, हमे अपने अपने शिक्षण संस्थाओं में मनाना भी चाहिए, मै भी बेतिया समेत कई जगह पूजा करने जाता हूँ जहाँ पूजा की परोपकारी झलक दिखती है, ,..... वही कई जगह चंद आताताइयो द्वारा आक्रामक होकर रंगदारो की भांति मनाने की शास्त्र बिरोधी परम्परा अपनाने वालो रोके, बाहनों व आने जाने वाले पथिको को प्रताड़ित कर जबरन वशूली , अश्लील गानों पर नृत्य, एक परम्परागत कुरीति का रूप ले रहा है, जिसके चलते सरस्वती पूजा के कुछदिन पूर्व सेहीं तमाम बाहन चालको में अनिश्चित स्थानों पर अनियंत्रित तरीकों से वशुली का आतंक व्याप जाता है, माँ, सरस्वती पूजा उर्दू अमना समेत सभी शिक्षण संस्थानों में हो यह भी सुनिश्चित किया जाये,  वही अपनी रंगदारी दिखानेवाले व वसूलने वाले संस्थान का समाजिक बहिष्कार हो

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