गुरुवार, 22 दिसंबर 2016

समूह गान

||सर्वेश्वरी तू पहिमाम् शरणागतम,मातेश्वरी तू पाहिमाम शरणागतम,|| हे जगजननी तेरे शरण में मै रहू , मुझको तू अपनी भक्ति दे, परपीड़ा दूर कर सकूं, मुझको माँ अपनी शक्ति दे , तू शक्ति है इसजगकी, करो विश्व का कल्याण, शरणागतम ||सर्वेश्वरी तू पहिमाम् शरणागतम,मातेश्वरी तू पाहिमाम शरणागतम,|-शरणागतम, हे जगजननी तेरे शरण में आया हूँ रक्षा करो, पर-पिड्को से माँ मै घबडाया हूँ माँ रक्षा करो, तू शक्ती है इसजग की करो विश्व का कल्याण ,शरणागतम२  ||सर्वेश्वरी तू पहिमाम् शरणागतम२,मातेश्वरी तू पाहिमाम शरणागतम,|-शरणागतम,चारो तरफ है घोर अँधेरा यहाँ छाया हुआ, मानव अकेले है अपनी मानवता गवाया हुआ, अतिक्रमण हटा माँ इस जगसे , करो विश्व का कल्याण शरणागतम ||सर्वेश्वरी तू पहिमाम् शरणागतम,मातेश्वरी तू पाहिमाम शरणागतम,|-शरणागतम,तेरे शरण में मै रहूँ ,मुझको माँ अपनी भक्ति दे, पर-पीड़ा दूर कर सकू ,मुझको माँ अपनी शक्ति दे, तू शक्ति है इस जग की,करो विश्व का कल्याण, शरणागतम ||सर्वेश्वरी तू पहिमाम् शरणागतम,मातेश्वरी तू पाहिमाम शरणागतम,|-शरणागतम,