बुधवार, 29 अक्तूबर 2014

छठ ब्रत


छठ ब्रत आज पुनः डूबते सूर्य (बुजूर्ग, रोगी-व- पागलको)प्रथम अर्घ(भोजन-व-सम्मान)का प्रथम हकदार बनानेकी सनातन परम्परा के संकल्प को पुनः दुहरा गया,इसे हम सब कब समझेंगे,इस ब्रत को अपना कर नारायणी व कत्यायन ऋषि की पुत्री माँ कत्यायनी (छठीमाँ) का आशीर्वाद प्राप्त करे पंडित राकेशचन्द्र झा बब्लू  b9431491033.blogspot.com , b9431491033@gmail.com ,06254-238572,